ऐ जिन्दगी,
चल तु भी क्या याद करेगी,
कि किस से याराना था,
तेरी आंखों मे आंखें डाल कर,
तुझसे इश्क हमने किया था।
दिल छलनी कर दिये तुने,
इम्तिहान में अपने मगर,
ना अपनों में ना गैरों में,
तेरा मुझमें, मेरा तुझ में,
यकीन और आशिकाना था। ।
अमिता सिंह,~~
ओडिशा बाइकरनी
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